Lucknow Cleanest City News: एक गर्व का क्षण
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को हाल ही में जारी Swachh Survekshan 2024‑25 के परिणामों में १० लाख से ज़्यादा आबादी वाले शहरों की श्रेणी में देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। साथ ही, यह पहला यूपी का शहर बन गया जिसने 7‑स्टार Garbage Free City (GFC) रेटिंग हासिल की। यह उपलब्धि अत्यधिक प्रशंसा और समाज-नागरिकों की भागीदारी का नतीजा है।
शीर्ष 2 शहर थे: अहमदाबाद (पहला) और भोपाल (दूसरा)।
प्रमुख उपलब्धियां और सुधार
- लखनऊ ने पिछली रैंकिंग से 41 स्थानों की छलांग लगाते हुए तीसरा स्थान पाया; 2023‑24 में यह शहर 44वें स्थान पर था।
- शहर ने दरवाजे-पर-कचरा संग्रह, स्रोत से कचरा पृथक्करण, और वैज्ञानिक प्रोसेसिंग जैसी व्यवस्था को सुनिश्चित किया, जिससे 97% से ज़्यादा segregation और बेहतर waste management किया गया।
- सार्वजनिक स्थलों, बाज़ारों, आवासीय इलाकों तथा जल निकायों की सफाई में 100% स्कोर पाया गया, और सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई में 87% अंक मिले।
सरकारी और नागरिक भागीदारी
उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने Lucknow Cleanest City News की सफलता में Navbharat Times की Aarogya Vatika पहल की अहम भूमिका बताई, जिसमें रसोई कचरे को खाद और पौधों में बदलने पर जोर दिया गया, जो survey का एक प्रमुख पैरामीटर था।
नगर निगम और सरकार के प्रयासों जैसे GPS‑युक्त कचरा वाहनों, ऑनलाइन मॉनिटरिंग, श्रमिकों की मान्यता, डिजिटल निगरानी, और जनता में जागरूकता अभियानों ने इस सफलता में योगदान दिया है।
राष्ट्रपति सम्मान समारोह
17 जुलाई 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा लखनऊ नगर निगम को राष्ट्रव्यापी ‘Clean City Award’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान President’s Award के रूप में दिया गया, जिसे मंत्री A K Sharma ने ग्रहण किया। श्रेय विशेष रूप से नगर निगम प्रमुख, नगर आयुक्त और महापौर को भी दिया गया।
यूपी के अन्य शहरों की स्थिति
- प्रयागराज को ‘साफ‑सेवक सुरक्षित शहर’ श्रेणी में दूसरे स्थान से ऊपर Cleanest Ganga Town घोषित किया गया और 5‑स्टार रेटिंग दी गई।
- गोरखपुर ने भी समर्पित sanitation श्रमिकों के लिए श्रेणी में तीसरा स्थान और 5‑स्टार GFC रेटिंग प्राप्त की।
- कानपुर ने 13वां स्थान और Water‑Plus certification प्राप्त किया।
और कुल मिलाकर, यूपी के छह शहर अब टॉप‑20 स्वच्छतम बड़े शहरों की सूची में शामिल हैं।
चुनौतियाँ और आगे की राह
यद्यपि सर्वेक्षण अच्छी रिपोर्ट दिखाता है, पर Reddit जैसी स्थानीय चर्चाओं में, कुछ इलाकों में खुले नाले, कचरे की ढेर, और नागरिकों की civic sense की कमी जैसे मुद्दे अभी भी ज़ाहिर हैं।
इसलिए अगला कदम है:
- नागरिकों की व्यवहारिक भागीदारी (civic habits)
- डस्टबिन की उपलब्धता,
- और दिन-प्रतिदिन की सफाई को सामान्य जीवन का हिस्सा बनाना।
निष्कर्ष
Lucknow Cleanest City News अब सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि एक प्रेरणा बन चुकी है। लखनऊ ने यह साबित कर दिया है कि सामूहिक प्रयास, सरकारी काम, डिजिटल ट्रैकिंग, और नागरिक सहयोग से शहर को स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जा सकती है। अगला लक्ष्य अब देश का नंबर‑1 स्वच्छ शहर बनना होगा!
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