PM CHANDRAYAN ROJGAR YOJANA 2025: भारत के युवा अब रॉकेट बनाएं, रोजगार पाएं!
भारत सरकार ने 30 जुलाई 2025 को चंद्रयान-4 की ऐतिहासिक सफलता के बाद एक और बड़ी घोषणा की – “PM CHANDRAYAN ROJGAR YOJANA 2025”। यह योजना देश के टेक्निकल युवाओं को अंतरिक्ष विज्ञान और एयरोनॉटिक्स सेक्टर में रोजगार के नए अवसर देने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
इस योजना के तहत अगले एक वर्ष में 1 लाख से अधिक युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी और अंतरिक्ष क्षेत्र से जुड़ी संस्थाओं और कंपनियों में नौकरियां दी जाएंगी। सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि युवा अब सिर्फ सपने न देखें बल्कि उन्हें साकार करने के लिए चांद की तकनीक पर भी काम करें।
✅ योजना की मुख्य बातें:
- लॉन्च डेट: 30 जुलाई 2025
- लाभार्थी: इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स (CS, ECE, Mechanical), ITI डिप्लोमा धारक, और तकनीकी स्नातक
- प्रशिक्षण अवधि: 6 महीने की मुफ्त ट्रेनिंग
- भत्ता (Stipend): ₹9,000 प्रति माह ट्रेनिंग के दौरान
- नियोजन का लक्ष्य: 2026 तक 30,000 युवाओं को ISRO, DRDO और निजी पार्टनर कंपनियों में पक्की नौकरी
🛰️ प्रशिक्षण कहां होगा?
युवाओं को भारत की शीर्ष तकनीकी एजेंसियों जैसे ISRO, DRDO, HAL और निजी अंतरिक्ष स्टार्टअप्स के माध्यम से ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें रॉकेट डिजाइनिंग, सैटेलाइट असेंबली, सिस्टम प्रोग्रामिंग और डाटा एनालिटिक्स जैसी आधुनिक स्किल्स सिखाई जाएंगी।
📋 आवेदन प्रक्रिया:
- आवेदन की शुरुआत: 1 अगस्त 2025
- अंतिम तिथि: 31 अगस्त 2025
- आधिकारिक वेबसाइट: www.rojgarchandrayaan.gov.in
- आवश्यक दस्तावेज़: मार्कशीट, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज़ फोटो
🌟 क्यों है ये योजना खास?
- पहली बार भारत सरकार ने अंतरिक्ष क्षेत्र को रोज़गार मिशन से जोड़ा है।
- ग्रामीण और कम साधनों वाले युवाओं को अंतरिक्ष तकनीक में करियर बनाने का सुनहरा मौका।
- यह योजना Make in India और Skill India के अंतर्गत आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है।
🛠️ भविष्य की तैयारी:
सरकार का उद्देश्य है कि आने वाले वर्षों में भारत न केवल चांद और मंगल पर मिशन भेजे, बल्कि वहां काम करने वाले वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की फौज भी देश के ही युवाओं से बने।
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